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Asad Encounter: उमेश पाल मर्डर केस में आरोपी और माफिया अतीक अहमद के बेटे असद को यूपी एसटीएफ की टीम ने गुरुवार को एक एनकाउंटर में मार गिराया। असद के साथ मोहम्मद गुलाम को भी ढेर कर दिया गया। दोनों प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी थे और दोनों पर पुलिस ने पांच-पांच लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।उमेश पाल मर्डर केस के बाद यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा था कि वे माफिया को मिट्टी में मिला देंगे और गुरुवार को अतीक के बेटे असद व अन्य आरोपी गुलाम को ढेर भी कर दिया गया। एनकाउंटर के बाद दोनों की तस्वीरें सामने आई हैं, जिसमें एक बाइक के पास दोनों ढेर हुए देखे जा सकते हैं। यूपी एसटीएफ की जिस टीम ने दोनों को ढेर किया, उसका नेतृत्व डिप्टी एसपी नवेंदु और डिप्टी एसपी विमल कर रहे थे। दोनों के नेतृत्व में एसटीएफ की टीम ने असद और गुलाम के पास से कई विदेशी हथियार भी बरामद किए हैं।
कौन हैं नवेंदु और विमल कुमार सिंह?
अतीक अहमद के बेटे के एनकाउंटर करने वाली टीम का नेतृत्व करने वाले नवेंदु कुमार नवीन यूपी एसटीएफ में डिप्टी एसपी के पद पर तैनात हैं। यूपी पुलिस की वेबसाइट के अनुसार, नवेंदु बिहार के सारण जिले के रहने वाले हैं और वर्तमान समय में यूपी की राजधानी लखनऊ में पोस्टेड हैं। नवेंदु को स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) में साल 2017 में ही शामिल किया गया था। कुछ साल पहले डकैतों के साथ मुठभेड़ के दौरान वे घायल हो गए थे और उनके हाथ व गर्दन में गोली लग गई थी। वे अबतक कई खूंखार अपराधियों को ढेर कर चुके हैं। साथ ही उन्हें उनकी बहादुरी के लिए साल 2008 में राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार और साल 2014 में राष्ट्रीय पराक्रम पदक दिया जा चुका है। वहीं, विमल कुमार सिंह की बात करें तो उनकी भी गिनती एक जांबाज पुलिस अधिकारी में होती है। वर्तमान समय में वे यूपी एसटीएफ में डिप्टी एसपी के पद पर तैनात हैं। विमल कुमार सिंह की भी पोस्टिंग लखनऊ में ही है और वे यूपी के जौनपुर के रहने वाले हैं।
एनकाउंटर स्पेशिलिस्ट हैं यूपी एसटीएफ के चीफ अमिताभ यश
यूपी एसटीएफ के चीफ अमिताभ यश को एनकाउंटर स्पेशिलिस्ट कहा जाता है। साल 1996 बैच के आईपीएस अधिकारी अमिताभ बिहार के भोजपुर जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से पढ़ाई पूरी की और फिर यूपीएससी की परीक्षा पास करके पुलिस अधिकारी बने। बुंदेलखंड के जंगलों में कई दस्युओं को मारने का क्रेडिट भी अमिताभ यश को ही जाता है। वहीं, विकास दुबे का जब एनकाउंटर हुआ, तब अमिताभ यश आईजी के पद पर तैनात थे। कई पुलिसकर्मियों को मारने के आरोपी विकास दुबे को यूपी एसटीएफ की टीम ने मध्य प्रदेश के उज्जैन से पकड़ा था, जिसके बाद रास्ते में भागने की कोशिश के दौरान उसका एनकाउंटर कर दिया गया था।अब एक बार फिर से अमिताभ यश के यूपी एसटीएफ चीफ रहते हुए असद और मोहम्मद गुलाम को मार गिराया गया।
कैसे किया गया असद और गुलाम का एनकाउंटर?
उमेश पाल हत्याकांड में असद, गुलाम समेत अन्य आरोपियों को पुलिस लंबे समय से ढूंढ रही थी। ये आरोपी लगातार पुलिस को चकमा देने में कामयाब हो रहे थे और एक जगह से दूसरी जगह ठिकाना बदल रहे थे। गुरुवार को असद और गुलाम के झांसी के बड़ा गांव और चिरगांव थाना क्षेत्र के बीच में पारीक्षा डैम के इलाके में होने की जानकारी सामने आई, जिसके बाद यूपी एसटीएफ की टीम ने दोनों को घेर लिया। दोनों बाइक से कहीं जा रहे थे। दोनों को पकड़ने की कोशिश की गई, लेकिन इस बीच एसटीएफ की टीम पर फायरिंग शुरू कर दी गई। इसके बाद एसटीएफ की टीम ने जवाबी फायरिंग करते हुए असद और गुलाम को एनकाउंटर में मार गिराया।
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