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Atiq Ahmed: माफिया से राजनेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या हो चुकी है। दोनों को गोली मारे हुए तीन दिन से ज्यादा बीत चुके हैं, लेकिन दोनों अब भी चर्चाओं में बने हुए हैं। अतीक अहमद सिर्फ प्रयागराज का ही नहीं, बल्कि प्रदेश का खूंखार अपराधी माना जाता था। पांच बार का विधायक और एक बार का सांसद अतीक जब तक जिंदा रहा, तब तक उसने आम लोगों पर काफी कहर ढाया। किसी की जमीन पर कब्जा कर लिया तो किसी की हत्या ही करवा दी। इसी वजह से अतीक पर 100 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए। हालांकि, अतीक अपने ऊपर लगे आरोपों को वह फर्जी बताता था। एक इंटरव्यू में तो उसने यह तक कह दिया था कि उसके ऊपर से हटाई गईं एफआईआर पर भी न्यूज चैनल में एपिसोड बनना चाहिए और लोग उसे देखने के लिए लाइन तक लगा लेंगे।
कुछ साल पहले एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में अतीक अहमद ने कहा था, ”अपराध नहीं किए मैंने, फर्जी केस दर्ज करवाए गए हैं। लोगों को फर्जी बैठाकर एफआईआर लिखवाई गई है। हम चाहेंगे कि आप लोग नौजवान हो और जोश में हो। अपने ऊपर लगे मामलों पर हम डिटेल दे देते हैं। इस पर एपिसोड बनाइए। काफी अच्छी स्टोरी चलेगी। देश या दुनिया में क्या किसी आदमी पर 180 मुकदमे लगे हैं? और इतनी एफआईआर क्वैश कर दी गई हैं? यह आप दिखाइए कि फर्जी मुकदमे लगाए गए, जिससे एफआईआर को रद्द कर दिया गया। यह एपिसोड बनाइए। पूरे यूपी, मध्य प्रदेश, मुंबई में हमारे चाहने वाले हैं। लोग लाइन लगाकर एपिसोड देखेंगे। यह चलाना चाहिए आप लोगों को।”
‘आजतक’ को दिए इंटरव्यू में अतीक अहमद ने कहा था कि उसे बाहुबली कहलाना चुभता है। हाईकोर्ट ने 123 मुकदमे क्वैश कर दिए। सुलतानपुर में मेरे पीछे 500-700 गाड़ियां चली गईं। लेकिन जब दूसरे के साथ कोई जाता है तो कहा जाता है कि हुजूम निकल पड़ा। उनके समर्थक आ गए। लेकिन जब हमारे साथ लोग आते हैं तो कहा जाता है कि मैं बाहुबली हूं। यह दोहरी नीति है। इस पर मुझे ऐतराज है। अतीक अहमद ने इंटरव्यू में आगे कहा था, ”राजनीति में हम लोगों की कोई निजी लाइफ नहीं रह जाती है। हमारा कार्यकर्ता हमारे बेडरूम तक जाता है। हमारे खिलाफ मुकदमे इसलिए दर्ज करवाए गए क्योंकि हमने सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ हमला बोल दिया। पांच बार पिछाड़ा और फूलपुर से लोकसभा का चुनाव जीत गए।”
अतीक और अशरफ की हत्या मामले में पांच पुलिसकर्मी निलंबित
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस हिरासत में हुई हत्या के मामले में शाहगंज थाना के एसएचओ अश्वनी कुमार सिंह समेत पांच पुलिसकर्मियों को बुधवार को निलंबित कर दिया गया। पुलिस के एक अधिकारी ने इसकी सूचना दी। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि अतीक और अशरफ हत्या मामले में शाहगंज थाना के एसएचओ अश्वनी कुमार सिंह, एक उप निरीक्षक और तीन कांस्टेबल को बुधवार को निलंबित कर दिया गया। उन्होंने बताया कि एसआईटी की जांच में दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही पाए जाने पर यह कदम उठाया गया है। उल्लेखनीय है कि शनिवार को माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस हिरासत में उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी जब पुलिस उन्हें लेकर चिकित्सा परीक्षण के लिए शाहगंज थाना अंतर्गत काल्विन अस्पताल परिसर में दाखिल हुई थी।
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