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खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथी अमृतपाल सिंह और गिरफ्तार किया गया उसका करीबी दलजीत सिंह कलसी (Daljit Singh Kalsi) दरअसल अमृतपाल और पाकिस्तान के बीच की बेहद एक अहम कड़ी है। दलजीत कलसी दिल्ली के पंजाबी बाग इलाके का रहने वाला है। कुछ समय पहले उसे कनाडा में सिख अलगाववादी के हब कहे जाने वाले वैंकूवर में पाकिस्तान के महावाणिज्यदूत को भारत के खिलाफ एक मेमोरेंडम सौंपते हुए देखा गया था।
दलजीत सिंह कलसी को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम की धारा 3 (2) के तहत हिरासत में लिया गया है और वह तथाकथित ‘वारिस पंजाब दे’ आंदोलन के कथित नेता अमृतपाल सिंह का प्रमुख सहयोगी और सलाहकार है। 20 अगस्त, 2022 को अमृतपाल के भारत आने के बाद उसे खालिस्तान समर्थक अमृतपाल के साथ सार्वजनिक प्रदर्शनों में कई बार देखा गया है।
संदीप सिंह उर्फ दीप सिद्धू की 15 फरवरी 2022 को एक दुर्घटना में मौत होने के बाद तथाकथित ‘वारिस पंजाब दे’ आंदोलन के ‘मुख सेवादार’ के रूप में अमृतपाल की ताजपोशी के पीछे वेस्ट पंजाबी बाग के रहने वाले कलसी को एक किरदार कहा जाता है।
खुफिया जानकारी के अनुसार, कलसी, जो 23 फरवरी, 2023 को अजनाला पुलिस स्टेशन में तोड़फोड़ की साजिश का हिस्सा था, वो वैंकूवर में महावाणिज्य दूतावास और दुबई के माध्यम से पाकिस्तानी प्रतिष्ठान के साथ सक्रिय संपर्क में रहा है।
बता दें कि, भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा योजनाकारों के लिए यह काफी स्पष्ट है कि कनाडा और ब्रिटेन में सिख उग्रवाद को वित्त पोषित किया जा रहा है और उनके राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसिया भारतीय सुरक्षा चिंताओं पर आंख मूंदे हुए हैं।
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