[ad_1]
ऐप पर पढ़ें
Odisha Train Accident: ओडिशा में कोरोमंडल एक्सप्रेस में हुए हादसे में 50 लोगों की मौत हो गई है और सैकड़ों लोग घायल हो गए हैं। घटना की जानकारी देते हुए अधिकारियों ने कहा कि शुक्रवार शाम ओडिशा के बालासोर जिले के बहानागा बाजार स्टेशन पर चेन्नई जाने वाली कोरोमंडल एक्सप्रेस के कई डिब्बे पटरी से उतर गए और दूसरी लाइन पर आ रही एक अन्य एक्सप्रेस ट्रेन से टकरा गए। हादसे में कम से कम 50 यात्रियों की मौत हो गई और 100 से अधिक घायल हो गए। रेलवे अधिकारियों ने तत्काल राहत कार्य में तत्परता दिखाई है और जख्मी यात्रियों को अस्पताल में भर्ती करवा दिया है। इस ट्रेन में सवार यात्रियों ने हादसे के दौरान का मंजर बयान किया है।
ट्रेन में सवार यात्री यात्रियों में से एक गोबिंद मंडल एक टूटी हुई खिड़की के माध्यम से बाहर निकाले गए। इस घटना के बारे में बारे बोलते हुए उन्होंने कहा, “मैंने सारी उम्मीदें छोड़ दी थीं। मुझे लगा कि हम मर जाएंगे। मैं उन कुछ यात्रियों में से था जो टूटी हुई खिड़की से कोच से बाहर निकलने में कामयाब रहे। फर्स्ट एड के लिए हमें डिस्पेंसरी ले जाया गया। हम खतरे से बाहर हैं लेकिन मैंने कुछ घायल लोगों को देखा। उनमें से एक को सीने में दर्द की शिकायत थी।” मंडल ने बताया अधिकारी घायल लोगों को अस्पतालों में ले जा रहे हैं। कई यात्रियों के हाथ-पैर में फ्रैक्चर हुआ है। कुछ के सिर में चोट लगी थी। कोरोमंडल एक्सप्रेस के एक यात्री रूपम बंदोपाध्याय ने एबीपी आनंद न्यूज चैनल को फोन पर बताया कि उन्होंने बचावकर्मियों को कई शवों को कंबल से ढकते हुए देखा।
शुरुआती जानकारी देते हुए दक्षिण पूर्व रेलवे के खड़गपुर डिवीजन के डिविजनल रेलवे मैनेजर ने ट्वीट में बताया कि कोरोमंडल एक्सप्रेस के कम से कम 30 यात्रियों की मौत हो गई और ट्रेन के कई डिब्बे पटरी से उतर कर 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस स्टेशन के डिब्बों से जा टकराए। हालांकि, अब मरने वालों की संख्या 50 हो गई है। घटना लगभग 7 बजे की है। दोनों ट्रेनों के कम से कम 12 डिब्बे पटरी से उतर गए और कम से कम 4 डिब्बे रेल की सीमा से दूर जा गिरे।
ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त सत्यव्रत साहू ने कहा कि 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल सुपरफास्ट एक्सप्रेस शाम सात बजे बहनागा रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे में बाद 12 डिब्बे पलट गए। साहू ने कहा, “हालांकि हम हताहतों के बारे में निश्चित नहीं हैं, कम से कम 100 लोगों के घायल होने की आशंका है। हम पलटे हुए डिब्बों के अंदर फंसे यात्रियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।”
घायल यात्रियों में से कई के हाथ-पैर टूट गए हैं। अधिकारियों ने कहा कि कोरोमंडल एक्सप्रेस दोपहर 3.20 बजे शालीमार स्टेशन से रवाना हुई और शाम 6.30 बजे बालासोर पहुंची। यह शाम 7 बजे बहनागा रेलवे स्टेशन अप लाइन के पास पटरी से उतर गई। 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस जो डाउन लाइन पर थी उससे जा टकराई।
घायलों को बालासोर के नजदीकी अस्पताल और कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराने के लिए 60 एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है। एनडीआरएफ की तीन यूनिट और ओडीआरएएफ की चार यूनिट को पलटे हुए कोच के अंदर फंसे लोगों को निकालने के लिए लगाया गया है। दुर्घटना से संबंधित जानकारी और मदद के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी 06782-262286 जारी किया।
एक वीडियो संदेश में, पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव एच के द्विवेदी ने कहा, “बहुत से लोग घायल हुए हैं। कुछ की मौत हो गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर मंत्री मानस भुनिया, सांसद डोला सेन और कुछ अधिकारियों की एक टीम पहले ही दुर्घटनास्थल के लिए रवाना हो चुकी है। पश्चिम मिदनापुर के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट सुमन मोहंती भी टीम में हैं क्योंकि वह ओडिशा से हैं।
एक समाचार चैनल से बात करते हुए हमसफर एक्सप्रेस के एक यात्री सुभंकर रुइदास ने कहा, “जब हमारी ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकराई तो हमें झटके जैसा महसूस हुआ। मेरे कोच को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। हम सब ट्रेन के अंदर बैठे हैं। मैंने देखा कि बचाव दल कोरोमंडल एक्सप्रेस के घायल यात्रियों की मदद कर रहे हैं।”
[ad_2]