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बिहार के सासाराम और नालंदा में शुक्रवार को रामनवमी के जुलूस के दौरान हुई सांप्रदायिक झड़पों के बाद निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। नालंदा में 144 धारा लागू कर दी गई हैऔर सासाराम में इंटरनेट सेवा बंद कर दी है। पुलिस मुख्यालय में नालंदा और सासाराम के हालात को लेकर आपात बैठक की गई है। और ताजा हालातों की रिपोर्ट तलब की गई है। दरअसल ये दोनों घटनाएं तब घटी जब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दो दिन के बिहार दौरे पर शनिवार को पहुंच रहे हैं। सासाराम में रविवार को शाह की चुनावी रैली भी है।
सासाराम में पथराव, आगजनी और फायरिंग स्थानीय लोगों के मुताबिक सासाराम में नवरात्र विसर्जन की शोभायात्रा के दौरान अचानक पथराव कर दिया गया। जिसके बाद कई राउंड फायरिंग हुई, कई दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया। घरों और वाहनों पर भी हमले हुए। कई पुलिसकर्मियों और स्थानीय लोगों के के घायल होने की भी सूचना है। जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। जिस पर पुलिस ने चुप्पी साध ली है। एसडीपीओ संतोष कुमार राय ने कहा कि हमारी प्राथमिकता डरे हुए लोगों खासकर महिलाओं और बच्चों का बचाने और निकालने का काम जरूरी है।
सासाराम में 2 अप्रैल को शाह की रैली
रविवार को सासाराम की अपनी यात्रा के दौरान, अमित शाह चुनावी रैली को संबोधित करने और सम्राट अशोक के प्रागैतिहासिक लघु शिलालेख का दौरा करने का कार्यक्रम है, सासाराम हमेशा से बीजेपी के आरोपों के बीच विवाद का केंद्र रहा है। आरोप है कि स्थानीय मुसलमानों ने इसे अपने धर्मस्थल में बदल दिया था और 2005 से साइट पर कब्जा कर लिया था। पिछले साल 1 अक्टूबर को बीजेपी के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने अतिक्रमण के खिलाफ सासाराम में विरोध प्रदर्शन किया था। जिसे रोहतास जिला प्रशासन ने अतिक्रमण से मुक्त करा दिया था और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) को सौंप दिया गया था।
हिंसा पर जारी है आरोप-प्रत्यारोप
शुक्रवार को करीब दोपहर 12.30 बजे हिंसा तब शुरू हुई जब मुसलमान जुमे की नमाज के लिए जमा होने लगे। सासाराम के नवरत्न बाजार शाह जलाल पीर, खिरकी घाट और कादिरगंज के मुस्लिम बहुल इलाकों में झड़पें फैल गईं। वहीं बीजेपी के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद का आरोप है कि खिरकी घाट इलाके में हनुमान मंदिर पर हमले के बाद भगदड़ मची। वहीं कांग्रेस के स्थानीय नेता जीएम अंसारी ने कहा कि चिकटोली इलाके में एक मस्जिद पर हमला किए जाने के बाद मुस्लिम युवक नाराज हो गए थे। हालांकि सासाराम के हिंसा प्रभावित इलाकों में बड़े पैमाने पर पुलिस बल तैनात किया गया है। डीएम धर्मेंद्र कुमार और एसपी संदीप कुमार ने स्थिति पर काबू पाने के लिए कैंप कर रहे हैं।
नालंदा में जुलूस निकालने को लेकर झड़प
सासाराम के बाद नालंदा के बिहारशरीफ में हुई हिंसा पर पुलिस ने बताया कि शुक्रवार को एक धार्मिक जुलूस निकालने को लेकर दो समुदायों के सदस्यों के बीच हुई झड़प में सुरक्षाकर्मियों सहित 24 से अधिक लोग घायल हो गए। पुलिस के मुताबिक, यह घटना तब हुई जब भीड़ ने शोभायात्रा पर पथराव किया। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि जुलूस मनीराम अखाड़ा की ओर जा रहा था, तभी कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। शोभायात्रा के मार्ग को लेकर हुए विवाद के बाद जिले के लहेरी थाना क्षेत्र के गगंडीवान इलाके में दोनों पक्षों के लोगों ने भारी पथराव किया। पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने के अलावा हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।
एक दर्जन से ज्यादा वाहनों को फूंका, छत से फायरिंग
घटना से आक्रोशित भीड़ ने गगंडीवान और भारव मोड़ के बीच स्थित एक दर्जन से अधिक वाहनों और दुकानों को आग के हवाले कर दिया। कुछ लोगों ने छत से जुलूस पर फायरिंग भी की। पुलिस ने कहा कि हिंसा में कई दंगाई भी घायल हुए हैं। एसपी अशोक मिश्रा, डीएसपी डॉ. शिबली नोमानी और नालंदा के डीएम के नेतृत्व में पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और भीड़ को शांत किया।
दोनों शहरों में स्थिति पर नियंत्रण- ADG मुख्यालय
वहीं एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि नालंदा और सासाराम में स्थिति नियंत्रण में आ गई है। पुलिस प्राथमिकी दर्ज करेगी और घटना की जांच करेगी हालांकि अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
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